मुस्कराती रहा करो
केवल
चेहरे से ही नही
आंखों से भी
ये प्यारे होंठ
अब नजर न
आने को
खोलो आंखे
अब मुस्कराने को।
मुस्कराती रहा करो
केवल
चेहरे से ही नही
आंखों से भी
ये प्यारे होंठ
अब नजर न
आने को
खोलो आंखे
अब मुस्कराने को।
वक़्त रोकना चाहा था
पर वक्त हमें घर रोक दे
ये किसने चाहा था भाई।
This Site Provide you free ved puran pdf for Download
Be inspired and motivate others
Book Reviews